उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है। डिफेंस जियोइन्फॉर्मेटिक्स रिसर्च एस्टैब्लिशमेंट (DGRE) ने चमोली जिले के 3,000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए 24 घंटे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी रविवार शाम 5 बजे से सोमवार शाम 5 बजे तक प्रभावी है।
इस चेतावनी के अनुसार, चमोली जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमस्खलन का उच्च जोखिम है। DGRE ने लोगों को सुरक्षित और चयनित मार्गों से ही यात्रा करने की सलाह दी है। बर्फ से लदे ढलानों पर जाने से बचने और हिमस्खलन-प्रवण क्षेत्रों के पास असुरक्षित बस्तियों को खाली करने की सिफारिश की गई है।
इसके अलावा, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ और रुद्रप्रयाग जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जो मध्यम जोखिम को दर्शाता है। बागेश्वर जिले के लिए ग्रीन अलर्ट जारी किया गया है, जो कम खतरे को इंगित करता है।
हाल ही में, चमोली जिले के माणा गांव में एक भीषण हिमस्खलन हुआ था, जिसमें सीमा सड़क संगठन (BRO) के आठ मजदूरों की मृत्यु हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। इस घटना के बाद से उच्च हिमालयी क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी गई है।
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में और बर्फबारी की संभावना जताई है, जिससे हिमस्खलन का खतरा और बढ़ सकता है। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन एजेंसियां सतर्क हैं और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।