देहरादून - मौसम विभाग की माने तो अब अब बारिश का इंतजार समाप्त होने जा रहा है। क्योंकि पर्वतीय क्षेत्र में बारिश का सिलसिला आरंभ हो चुका है। इसका हल्का असर मैदानी क्षेत्र में भी देखने को मिलेगा। फिलहाल असर दिखना भी शुरू हो गया। शुक्रवार को ऊंची पहाड़ियों में हिमपात हुआ तो देहरादून के कुछ इलाकों में बारिश के छींटे पड़े। ऐसे में एक मई तक बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके तीन मई को प्रदेश भर में ठीक-ठाक बारिश का अनुमान है। इस दिन का ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तराखंड में भीषण गर्मी के प्रकोप के बीच कुछ राहत मिली है। मौसम के करवट बदलने से प्रदेश में हिमपात और बारिश होने से तापमान में कुछ कमी आई है। भीषण गर्मी के साथ ही मौसम के बदले मिजाज ने जंगलों की आग से भी फौरी राहत दी है।
शुक्रवार को दोपहर बाद प्रदेश में मौसम बदला और केदारनाथ धाम में हल्की बर्फबारी हुई। रुद्रप्रयाग समेत गुप्तकाशी, अगस्त्यमुनि क्षेत्रों में बारिश होने से गर्मी से कुछ राहत मिलने के साथ ही जंगलों में लगी आग भी बुझी है।चमोली जिले में बदरीनाथ व हेमकुंड की चोटियों पर जहां बर्फबारी हुई, वहीं निचले क्षेत्रों में बारिश से गर्मी से भी खासी राहत मिली। उधर, उत्तरकाशी के पुरोला और मोरी क्षेत्र में देर शाम अंधड़ चला।मौसम विभाग ने आज से अगले कुछ दिन तक बारिश का अमुमान जताया है।आज यानी 30 अप्रैल को उत्तराखंड के उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिले में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक, आज 30 अप्रैल और कल एक मई को पर्वतीय जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। तीन मई को हवा की रफ्तार बढ़ेगी। ऐसे में इस दिन 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। इन दिन का ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। लोगों से हवाएं चलने के दोरान घरों के खिड़की और दरवाजे बंद रखने को भी कहा गया है।