39वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों को लेकर देशभर में जोर-शोर से काम चल रहा है, और इसमें उत्तराखंड की भूमिका विशेष रूप से अहम बनकर उभरी है। राज्य न केवल खिलाड़ियों के प्रशिक्षण और चयन में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है, बल्कि आयोजन से जुड़ी व्यवस्थाओं में भी सहयोग कर रहा है।
खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ के दिशा-निर्देशों के अनुसार, उत्तराखंड ने राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराते हुए अपने खेल ढांचे को मजबूत किया है। देहरादून, हल्द्वानी और ऋषिकेश जैसे शहरों में आधुनिक प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की गई है, जहां एथलीटों को उच्च स्तर की कोचिंग, फिजियोथैरेपी और डाइट प्लान की सुविधाएं मिल रही हैं।
राज्य के युवा खिलाड़ियों ने विभिन्न चयन ट्रायल्स में बेहतरीन प्रदर्शन कर यह साबित किया है कि उत्तराखंड की प्रतिभा राष्ट्रीय मंच पर अपनी छाप छोड़ने को तैयार है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने विशेष बजट प्रावधान कर खेल इकाइयों को संसाधनों से सशक्त बनाया है।
उत्तराखंड ओलंपिक संघ भी आयोजन समिति के साथ मिलकर तकनीकी और प्रशासनिक स्तर पर लगातार समन्वय बनाए हुए है। महिला खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष योजनाएं लागू की गई हैं, जिससे राज्य की भागीदारी और भी संतुलित हो रही है।
इन प्रयासों से यह साफ है कि उत्तराखंड, 39वें राष्ट्रीय खेलों में न केवल खिलाड़ियों की उपस्थिति बल्कि आयोजन की सफलता में भी निर्णायक भूमिका निभाने जा रहा है। राज्य का यह समर्पण राष्ट्रीय खेल संस्कृति को नई दिशा देने में सहायक सिद्ध हो सकता है।