उत्तराखंड के चकराता क्षेत्र में एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक द्वारा 18 वर्षीय युवती से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। आरोपी शिक्षक, पियारीराम जोशी, घटना के बाद फरार हो गया था, लेकिन पुलिस ने उसे नैनीताल बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़िता, जो आरोपी के घर में माली के रूप में कार्यरत थी, ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने उसे बगीचे में मदद करने के बहाने अपने घर बुलाया और दुष्कर्म किया। घटना के बाद आरोपी ने उसे धमकाया और परिवार पर दबाव डाला कि वे समझौता कर लें। डर और मानसिक तनाव के चलते पीड़िता ने आत्महत्या का प्रयास किया, लेकिन समय रहते उसे बचा लिया गया।
पीड़िता के भाई ने 13 अप्रैल को चकराता थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 64(1) (बलात्कार) के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपी की तलाश में विशेष टीमों का गठन किया और तकनीकी निगरानी के माध्यम से उसकी लोकेशन ट्रैक की। अंततः, आरोपी को नैनीताल में गिरफ्तार किया गया।
यह घटना न केवल समाज में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कैसे कुछ लोग अपने पद का दुरुपयोग करते हैं। पुलिस ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और मामले की गहन जांच जारी है।
इस घटना ने स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है, और लोग पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं। समाज के सभी वर्गों को मिलकर ऐसे अपराधों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।