उत्तराखंड के हरिद्वार रोड पर चल रहे निर्माण कार्य के दौरान सड़क पर बने गड्ढों को समय पर न भरने के मामले में संबंधित संस्था के तीन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई स्थानीय प्रशासन द्वारा सड़क की खराब स्थिति और नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हरिद्वार रोड पर निर्माण कार्य के चलते सड़क को खोदा गया था, लेकिन कार्य पूर्ण होने के बाद भी गड्ढों को नहीं भरा गया, जिससे राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थानीय निवासियों और सामाजिक संगठनों ने कई बार इस मुद्दे को उठाया, लेकिन संबंधित अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच शुरू की और पाया कि संबंधित अधिकारियों की लापरवाही के कारण सड़क की स्थिति खराब हुई है। इसके आधार पर तीन अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहले ही अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि राज्य की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाया जाए और इसके लिए "पैच रिपोर्टिंग ऐप" लॉन्च किया गया था, जिससे नागरिक सड़क की स्थिति की रिपोर्ट कर सकते हैं।
इस घटना ने एक बार फिर से सड़क निर्माण और रखरखाव में पारदर्शिता और जवाबदेही की आवश्यकता को उजागर किया है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।