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post authorAdmin 27 Sep 2025

जुमे की नमाज़ के बाद बरेली में बवाल मौलाना तौकीर रज़ा गिरफ़्तार.

       जुमे की नमाज़ के बाद बरेली में बवाल मौलाना तौकीर रज़ा गिरफ़्तार ! 

  • शुक्रवार की नमाज के बाद कई जगहों पर भड़की अशांति के सिलसिले में आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को उत्तर प्रदेश के बरेली में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
  • पुलिस ने शनिवार सुबह करीब पांच बजे उसकी मेडिकल जांच कराई और फिर छह बजे उसे अदालत में पेश किया, जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया।
  • सुरक्षा कारणों से मौलाना तौकीर रजा को अब सीतापुर जेल में स्थानांतरित किया जा रहा है।

हंगामे के दौरान पथराव और झड़प में 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिनका जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया गया। इसके अलावा मौलाना के सात समर्थकों की भी मेडिकल जांच की गई है और उन्हें जेल भेजा जाएगा।

 

  • बताया जा रहा है कि कानपुर की घटना को लेकर शुक्रवार को बरेली में भी अशांत स्थिति बनी रही। नमाज के बाद कोतवाली के पास खलील तिराहे से उपद्रव शुरू हुआ और फिर शहर के विभिन्न हिस्सों में पुलिस पर पथराव और फायरिंग हुई। इसके जवाब में पुलिस और प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं।
  • मौलाना तौकीर 2010 के दंगों में भी आरोपी हैं।
  • बरेली में हुए उपद्रव के बाद आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा का नाम एक बार फिर चर्चा में है। आईएमसी प्रमुख 2010 में बरेली में हुए दंगों में आरोपी हैं। हालांकि मामला अदालत में लंबित है। इतना ही नहीं मौलाना ने ज्ञानवापी ढांचे में पूजा शुरू होने पर जेल भरो आंदोलन का भी ऐलान किया था। मौलाना पहले भी विवादास्पद बयान दे चुके हैं।

सीएम योगी ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं

बरेली में हुई हिंसा के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार देर रात कानून व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने शनिवार सुबह बरेली में चल रही कार्रवाई के संबंध में अधिकारियों से जानकारी भी ली।

सीएम योगी ने दंगाइयों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। सीएम ने कहा कि एक भी दंगाई को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि अराजकता फैलाने वाले दोबारा ऐसा सोच भी नहीं पाएंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार राज्य में कानून-व्यवस्था को बाधित करने के किसी भी प्रयास के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि दशहरा बुराई और आतंक को जलाने का पर्व है।

दंगाइयों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जानी चाहिए कि वे इस गलती को दोहराने के बारे में कभी न सोचें।कार्रवाई के लिए किसी और समय का इंतज़ार न करें। यही सही समय है। उपद्रवियों पर निर्णायक कार्रवाई की जाए !