GST 2.0 पारदर्शी भारत की मजबूत नींव है: त्रिवेन्द्र
हरिद्वार सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वस्तु एवं सेवा कर (GST 2.0) को भारत की आर्थिक प्रगति और पारदर्शिता के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह सुधार न केवल व्यापार जगत के लिए बल्कि आम नागरिकों के लिए भी फायदेमंद साबित हुआ है !
सांसद श्री रावत ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि GST 2.0 ने कर प्रणाली को सरल और सुगम बनाकर निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को नई गति मिली है। उन्होंने कहा कि अगर देश की आर्थिक प्रगति इसी दिशा में जारी रही, तो जीएसटी और भी प्रभावशाली साबित होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सुधार का अंतिम उद्देश्य हर नागरिक तक इसके लाभ पहुँचाना है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार लगातार सुधारात्मक कदम उठा रही है ताकि GST अधिक पारदर्शी, जनोपयोगी और सुगम बन सके।
सांसद ने कहा, “GST केवल कर प्रणाली नहीं है, यह देश की तरक्की, पारदर्शिता और ‘विकसित भारत 2047’ की दिशा में बढ़ने का एक महत्वपूर्ण उपकरण है। इस प्रणाली के माध्यम से हम राष्ट्र निर्माण में नागरिकों की भागीदारी और विश्वास को भी सशक्त कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि GST 2.0 ने व्यापारिक प्रक्रियाओं को सरल बनाया है, और निवेशकों के लिए विश्वास का माहौल तैयार किया है। यह सुधार अर्थव्यवस्था के लिए नई संभावनाओं का द्वार खोलता है और व्यापारिक वातावरण में स्थिरता लाता है।
सांसद रावत ने सभी नागरिकों और व्यापारिक समुदाय से सहयोग की अपील की। उनका कहना था कि GST केवल सरकार और व्यापार के लिए नहीं है, बल्कि यह हर नागरिक के जीवन में आर्थिक स्थिरता और सुविधा लाने का माध्यम भी है। उन्होंने कहा कि पारदर्शी कर प्रणाली से भ्रष्टाचार कम होगा और आर्थिक निर्णयों में सभी का विश्वास बढ़ेगा।