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post authorabhishek 27 Apr 2022 920

हनुमान चालीसा सड़क पर क्यों नहीं पढ़ी जा सकती - अमित मालवीय.

अमित मालवीय का बयान शिवसेना नेता संजय राउत के उस बयान के बाद आया जिसमें उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा आप ज़रूर पढ़िए अपने घर में और मंदिर में जाकर पढ़िए। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में हनुमान चालीस को लेकर सियासी माहौर बेहद गर्म है। निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की घोषणा की थी, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ था और इसी सिलसिले में मुंबई पुलिस ने पति-पत्नी के खिलाफ राजद्रोह तथा अन्य आरोपों के तहत प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।

हनुमान चालीसा पर जारी विवाद को लेकर भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र सरकार पर जमकर हमले कर रही है। बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने ट्वीट करके पूछा कि हनुमान चालीसा सड़क पर क्यों नहीं पढ़ी जा सकती? उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि अल्पसंख्यकों को हमेशा रियायत दी जाती है, मुसलमानों को घर के अंदर नमाज पढ़ने को तो कभी नहीं कहा गया। अमित मालवीय ने ट्वीट किया-'इतने साल से जब रोड पर नमाज पढ़ी जाती रही, 5 बार अजान होती रही, किसी ने मुस्लिमों को घर के अंदर प्रार्थना करने को नहीं कहा...लेकिन हनुमान चालीसा सार्वजनिक जगह पर नहीं पढ़ी जा सकती... भारत के धार्मिक आधार पर विभाजन के बाद  मुस्लिमों को लगातार दी जाने वाली रियायत भारत की राष्ट्रीयता के विचार में हस्तक्षेप है।