दिल्ली - भारतीय वायुसेना के प्रमुख विवेक राम चौधरी ने मंगलवार को कहा कि भविष्य के युद्ध की प्रकृति हाइब्रिड होने की संभावना है। इसमें आर्थिक प्रतिबंध, सूचना अवरोध, कंप्यूटर वायरस और हाइपरसोनिक मिसाइल जैसी चीजों का इस्तेमाल किया जाएगा। अखिल भारतीय प्रबंधन संघ (एआईएमए) की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में अपने भाषण में एयर चीफ मार्शल ने कहा, 'साइबर और सूचना' युद्धक्षेत्र को आकार देने के आधुनिक उपकरण बन गए हैं। उन्होंने कहा कि सूचना के क्षेत्र में अच्छी तरह से गढ़ा गया विमर्श शत्रु को प्रभावित करेगा और इसके विनाशकारी प्रभाव हो सकते हैं।
वायुसेना के प्रमुख ने कहा कि लोग एक-दूसरे से आपस में बहुत ज्यादा जुड़ गए हैं, ऐसे में 'हमारे नेटवर्क पर साइबर हमला कमान और नियंत्रण संरचनाओं को पंगु बना सकता है।' उन्होंने कहा कि अगली जंग में दुश्मन शायद एक देश या संगठन न हो। वायुसेना प्रमुख ने कहा कि यह सबकुछ पहली गोली चलने और पहले विमान के सीमा पार करने से पूर्व ही हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा, 'हम जिन हथियारों को देख रहे हैं वे एक छोटे कंप्यूटर वायरस से लेकर हाइपरसोनिक मिसाइल तक होंगे।'