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post authorabhishek 10 May 2022 1207

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश में अगली जनगणना ई-जनगणना होगी.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि देश में अगली जनगणना ई-जनगणना होगी। यह अगले 25 साल के लिए विकास संबंधी नीतियों को आकार देगी। उन्होंने कहा कि 2024 तक देश में सभी जन्म और मृत्यु को जनगणना से जोड़ दिया जाएगा जो अपने आप अपडेट होता रहेगा। कोरोना महामारी के चलते जनगणना प्रक्रिया में देरी हुई है।अमिनगांव में जनगणना कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि 100 प्रतिशत सटीक गणना सुनिश्चित करने के लिए जनगणना प्रक्रिया का डिजिटलीकरण किया गया है। कई पहलुओं के चलते जनगणना जरूरी है।उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 तक जन्म और मृत्यु रजिस्टर को जनगणना से जोड़ा जाएगा। हर जन्म और मृत्यु को पंजीकृत किया जाएगा, जिसका अर्थ है कि हमारी जनगणना अपने आप अपडेट हो जाएगी। जन्म के बाद विवरण जनगणना रजिस्टर में जोड़ा जाएगा, 18 वर्ष के होने के बाद नाम मतदाता सूची में शामिल किया जाएगा और मृत्यु के बाद नाम हटा दिया जाएगा। नाम/पता परिवर्तन आसान होगा।


केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सरकार ने तय किया है कि आधुनिक तकनीक से जनगणना को और सटीक, वैज्ञानिक व बहुआयामी बनाया जाएगा। इसके डाटा के विश्लेषण की उचित व्यवस्था होगी। सटीक जनगणना से ही देश में समस्याओं के समाधान के लिए सही प्लानिंग हो सकती है। अगर बजट की प्लानिंग जनगणना द्वारा रेखांकित विकास के नक्शे के आधार पर हो तो समस्याओं का समाधान अपने आप हो जाएगा।उन्होंने कहा कि जनगणना को नए नजरिये से देखना समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ई-जनगणना की कुछ चुनौतियां हैं तो इसके फायदे भी हैं। करीब 50 प्रतिशत लोग खुद से ही अपना डाटा भर सकेंगे। वह खुद भी अपने परिवार के सदस्यों का डाटा ई-फार्म के रूप में भरेंगे।इससे पहले, शाह ने मनकाचर सेक्टर में भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि देश की सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए जवानों को अत्याधुनिक तकनीक से लैस किया जाएगा। उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारियों के साथ हालात पर चर्चा भी की।